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एशिया की पहली महिला लोको पायलट ने रचा इतिहास, सुरेखा यादव ने दौड़ाई हाई स्पीड ट्रेन ‘वंदे भारत’

New Delhi: एशिया की पहली महिला लोको पायलट सुरेखा यादव ने एक बार फिर इतिहास रचा है। उन्होंने हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस को सोलापुर से सीएसएमटी तक पटरी पर दौड़ाया है। अब उनके नाम एक और उपलब्धि जुड़ गई है। मध्य रेलवे ने यह जानकारी दी है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्वीट किया ‘वंदे भारत’ (Vande Bharat) नारी शक्ति द्वारा संचालित पहली महिला लोको पायलट श्रीमती सुरेखा यादव ने ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ (Vande Bharat Express Train) का संचालन किया।

मध्य रेलवे की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ ट्रेन 13 मार्च को निर्धारित समय पर सोलापुर स्टेशन से रवाना हुई और अपने आगमन के निर्धारित समय से पांच मिनट पहले सीएसएमटी स्टेशन पहुंची। रेलवे ने कहा कि 450 किलोमीटर की यात्रा पूरी करने पर सुरेखा यादव को सीएसएमटी स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या आठ पर सम्मानित किया गया।

भारत में इस समय 10 वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं। अपनी शानदार सुविधाओं और तेज स्‍पीड की वजह से यह ट्रेन बहुत कम समय में ही लोकप्रिय हो गई है। देश की पहली वंदे भारत ट्रेन नई दिल्‍ली से वाराणसी के बीच चली। यह ट्रेन फरवरी 2019 में चलाई गई थी।  ट्रेन ऑटोमेटिक गेट, AC कोच, ऑनबोर्ड वाई फाई जैसी कई सुविधाएं हैं।

पश्चिमी महाराष्ट्र क्षेत्र में सतारा निवासी सुरेखा यादव 1988 में भारत की पहली महिला ट्रेन ड्राइवर बनी थीं। उन्होंने अपनी उपलब्धियों के लिए राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर अब तक कई पुरस्कार जीते हैं। मध्य रेलवे ने CSMT-सोलापुर और CSMT-साईनगर शिरडी मार्गों पर दो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन शुरू की हैं, जिन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 10 फरवरी, 2023 को हरी झंडी दिखाई थी।

रेलवे के अधिकारियों के अनुसार नए मार्गों पर लोको पायलटिंग में व्यापक अध्ययन करना होता है और ट्रेन यात्रा के दौरान चालक दल को हर पल सतर्क रहना पड़ता है।विज्ञप्ति में कहा गया है, “चालक दल की सीखने की प्रक्रिया में सिग्नल का पालन करना, नए उपकरणों पर हाथ आजमाना, चालक दल के अन्य सदस्यों के साथ समन्वय, ट्रेन चलाने के लिए सभी मानदंडों का पालन करना शामिल है।