New Delhi: ये हैं भारत के प्रसिद्ध उद्योगपति विजय संकेश्वर। विजय वीआरएल लॉजिस्टिक्स के फाउंडर हैं। एक वक्त था जब इन्होंने सिर्फ एक ट्रक से अपने बिजनेस की शुरुआत की थी, आज देखिए ये ट्रांसपोर्ट इंडस्ट्री का सबसे बड़ा चेहरा हैं। इनकी मजबूत दूरदर्शिता और इच्छाशक्ति के बल पर आज ये सफल हैं।
President Kovind presents Padma Shri to Dr Vijay Sankeshwar for Trade and Industry. He is the chairman of VRL Group and is also known for his social work and philanthropy. pic.twitter.com/oNWqrTk2Mw
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 8, 2021
विजय उत्तरी कर्नाटक के एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ। इनके परिवार का बिजनेस पुस्तकों के प्रकाशन और छपाई का था। पिता चाहते थे कि बेटा बिजनेस में सफलता हासिल करे। इसलिए उन्होंने बेटे को एक प्रीटिंग प्रेस दे दी। लेकिन कहीं न कहीं विजय का सपना अधूरा सा था। वह अपने बिजनेस का आसमान तक पहुंचाना चाहते थे। उन्होंने ऐसे बिजनेस की तरफ ध्यान दिया जिसमें 2 से 3 लाख की पूंजी लगे। यही वो समय था जब उन्होंने परिवहन क्षेत्र में व्यवसाय की शुरुआत की।
Felicitation to @VrlltdOfficial Dr Vijay Sankeshwar on being conferred Padmashri pic.twitter.com/aLQP9K5nM5
— Nandakumar (@nandakumar_hn) January 27, 2020
विजय कहते हैं कि मैंने बहुत कुछ सहा है और अक्सर वाहन दुर्घटनाएं होती रही हैं। इन असफलताओं से विचलित हुए बिना मैंने अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत की। मुझे बस इतना पता था कि हम गलत रास्ता नहीं चुन सकते। 19 साल की उम्र में विजय ने इस इंडस्ट्री में कदम रखा। 2 से 3 लाख रुपए से बिजनेस की शुरुआत की और धीरे-धीरे बस आगे बढ़ते गए।
PadmaShree awardee Dr. Vijay Sankeshwar #VRL, the Legend of Hubballi Dharwad, Visionary par excellence. Pivotal role in development of this region. Salutations to you sir. 👍🏽🙏🏽 @Hubballi_Infra pic.twitter.com/vYxaD3LLfl
— Kiran Iyer (@Dr_Kiran_Iyer) January 25, 2020
एक ट्रक से बिजनेस की शुरुआत की और मुनाफा कमाकर 8-9 ट्रक ले लिए। उन्होंने कंपनी को विजयानंद रोडलाइन्स नामक एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में बदल दिया। यहां तक की साल 1990 में कंपनी का सालाना कारोबार 4 करोड़ से अधिक हो गया था। 80 से अधिक शाखाओं और 1000 से अधिक एजेंटों द्वारा यह कर्नाटक और महाराष्ट्र में सबसे बड़ी टूर व्यवसाय सेवा है। इनकी 1550 बसे हैं। करीब 5000 बड़े वाहन हैं। यूं कहें कि कंपनी का करोड़ों का कारोबार है। इन्हें पद्मश्री अवॉर्ड से भी नवाजा जा चुका है।