ब्लू टोपी लगाए हुए जो लड़की आपको तस्वीर में दिख रही है उसका नाम शर्मिष्ठा घोष है। उन्होंने इंग्लिश लिटरेचर में मास्टर्स किया है। इसके बाद ब्रिटिश काउंसिल में नौकरी कर रही थी। लेकिन अब वह ब्रिटिश काउंसिल की नौकरी छोड़कर सड़क पर चाय की टपरी लगा रही हैं। बहुत सारे युवाओं ने अपनी अच्छी-खासी नौकरी छोड़कर छोटे स्टार्टअप शुरू किये हैं। उनमें अब शर्मिष्ठा का नाम भी शामिल हो चुका है।
A cup of #tea is a welcome treat amid the #Delhi #winter chills. A few days ago, an army veteran – Brigadier Sanjay Khanna – had his cup served with some inspiration when he met Sharmistha Ghosh who runs her tea stall in the national capital.
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— Hindustan Times (@htTweets) January 16, 2023
शर्मिष्ठा ने अपने बिजनेस की शुरुआत चाय का ठेला लगाकर की, लेकिन आने वाले भविष्य में वह चायोज जैसे बड़ा ब्रांड बनाना चाहती है। इनमें अब लोग काफी इंस्पायर हो रहे हैं। अब लोग इन्हें एमए इंग्लिश चायवाली कहकर बुला रहे हैं। शर्मिष्ठा घोष इन दिनों दिल्ली कैंट के गोपीनाथ बाजार में रेहड़ी पर छोटी सी चाय की दुकान चलाती देखी जा सकती हैं।
इनकी कहानी को लिंक्डिन पर भारतीय सेना के रिटायर्ड ब्रिगेडियर संजय खन्ना ने शेयर किया। खन्ना ने अपनी पोस्ट में लिखा है, “जब मैंने शर्मिष्ठा से पूछा कि आपने ये फैसला क्यों लिया तो उन्होंने बताया कि वह इस टी-स्टॉल को चायोस (Chaayos) जितना बड़ा बनाना चाहती हैं। खन्ना ने ही अपनी पोस्ट में बताया कि शर्मिष्ठा ब्रिटिश काउंसिल की लाइब्रेरी में कार्यरत थीं लेकिन उन्होंने जॉब छोड़कर चाय की स्टॉल शुरू की। उनके साथ उनकी एक दोस्त भी हिस्सेदार हैं जो कि पहले लुफ्थांसा एयरलाइन के लिए काम करती थीं।
Sharmishtha Ghosh, who's been dubbed #MAChaiwali by the internet, is slightly miffed by the media reporting her #viral story, saying she left a high-paying job to sell tea.
But Ghosh tells @htcity just what her #SmallBusiness Bhu Bhasha is all about.
Read: https://t.co/qcRswoUUt2— Kriti Kambiri (@KritiKambiri) January 18, 2023
शर्मिष्ठा की हिम्मत की हर कोई तारीफ कर रहा है। एक यूजर ने लिखा कि-मैं आपकी भावना से पूरी तरह सहमत हूं कि कोई जॉब छोटी या बड़ी नहीं होती है…शर्मिष्ठा और भावना राव (उनकी पार्टनर) की कहानी काफी प्रेरणादायक है और यह दिखाता है कि कठिन परिश्रम और लगन से कुछ भी संभव है। अच्छी खासी नौकरी छोड़कर खुद का काम शुरू करने के लिए भी हिम्मत चाहिए।