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शहीद की अंतिम यात्रा में उमड़ा सैलाब, 7 महीने की बेटी को सेना ने दिया राष्ट्रीय ध्वज, हर आंख नम

New Delhi:  शहीद देबाशीष अपने पीछे एक 7 महीने की बेटी छोड़ गए हैं। मां की गोद में बैठी शहीद बिस्वाल की बेटी को सेना के अधिकारियों ने राष्ट्रीय ध्वज सौंपा। बच्ची के हाथों में तिरंगा सौंपते हुए वहां मौजूद परिवार वालों के साथ सेना के अधिकारी और जवान भी भावुक हो गए। उस बच्ची जिसे ये तक नहीं पता कि आखिरकार इतने लोग उसके घर पर क्यों पहुंचे, उसके हाथों में ये तिरंगे देख सभी को भावुक कर गईं।

शहीद देबाशीष बिस्वाल ओडिशा के पुरी के अलगुम गांव के रहने वाले हैं। वह पुंछ में हुए आतंकी हमले में शहीद हो गए। परिवार के लोगों ने बताया कि सेना में जाने का उनका बचपन का सपना था। शहीद बिस्वाल अपने पीछे अपनी पत्नी और 7 माह की बेटी छोड़ गए हैं। उनकी शादी मात्र 2 साल पहले ही हुई थी।

हजारों की भीड़ ने देशभक्ति नारों के बीच शहीद देबाशीष को श्रद्धांजलि दी। नम आंखों से परिवार के लोगों ने अपने बेटे को विदा किया। इस दौरान कई ऐसी तस्वीरें भी देखने को मिली, जो भावुक कर देने वाली हैं। पुंछ आतंकी हमले में शहीद हुए ओडिशा (Odisha) के पुरी के रहने वाले शहीद लांस नायक देबाशीष बिस्वाल (Lance Naik Debashish Biswal) को उनके पैतृक गांव में अंतिम विदाई दी गई।

शहीद देबाशीष के अंतिम यात्रा में लोगों की भीड़ ने नारों के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी। वहीं शहीद की मां बेसुध पड़ी रहीं। अपने बेटे को आंसुओं में भीगकर उनके पिता ने भी अंतिम विदाई दी। सामने आई तस्वीरों में शहीद की अंतिम यात्रा को जिस ट्रक में ले जाया जा रहा था, उसमें उनकी मां और पत्नी बेसुध पड़ी हुईं थीं।

इसके साथ ही शहीद के दादा भी उनकी अंतिम विदाई में शामिल हुए। अपने पोते को विदा करते हुए शहीद के दादा पंचानन ने कहा कि मुझे भरोसा नहीं था कि इतनी सी उम्र में मेरा पोता मुझे ऐसे छोड़कर चला जाएगा। शहीद के परिवार के लोगों ने कहा कि हमने एक बहादुर बेटा खो दिया, जो देश के साथ-साथ परिवार के लिए भी ईमानदार था।