New Delhi: शहीद देबाशीष अपने पीछे एक 7 महीने की बेटी छोड़ गए हैं। मां की गोद में बैठी शहीद बिस्वाल की बेटी को सेना के अधिकारियों ने राष्ट्रीय ध्वज सौंपा। बच्ची के हाथों में तिरंगा सौंपते हुए वहां मौजूद परिवार वालों के साथ सेना के अधिकारी और जवान भी भावुक हो गए। उस बच्ची जिसे ये तक नहीं पता कि आखिरकार इतने लोग उसके घर पर क्यों पहुंचे, उसके हाथों में ये तिरंगे देख सभी को भावुक कर गईं।
Paid last respect to martyred Debashish Biswal. 🙏#TerrorAttack #Odisha pic.twitter.com/WXqwOTMczD
— Anmol Sharma_ANI (@AnmolSharma_ANI) April 22, 2023
शहीद देबाशीष बिस्वाल ओडिशा के पुरी के अलगुम गांव के रहने वाले हैं। वह पुंछ में हुए आतंकी हमले में शहीद हो गए। परिवार के लोगों ने बताया कि सेना में जाने का उनका बचपन का सपना था। शहीद बिस्वाल अपने पीछे अपनी पत्नी और 7 माह की बेटी छोड़ गए हैं। उनकी शादी मात्र 2 साल पहले ही हुई थी।
हजारों की भीड़ ने देशभक्ति नारों के बीच शहीद देबाशीष को श्रद्धांजलि दी। नम आंखों से परिवार के लोगों ने अपने बेटे को विदा किया। इस दौरान कई ऐसी तस्वीरें भी देखने को मिली, जो भावुक कर देने वाली हैं। पुंछ आतंकी हमले में शहीद हुए ओडिशा (Odisha) के पुरी के रहने वाले शहीद लांस नायक देबाशीष बिस्वाल (Lance Naik Debashish Biswal) को उनके पैतृक गांव में अंतिम विदाई दी गई।
Mortal remains of
LANCE NAIK DEBASHISH BISWAL
49 RR #IndianArmy
reaches Bhubaneswar on way to his native village at Satybadi in Puri in Odisha.
He left behind 4 months old daughter and is one of the five soldiers who immortalized in Poonch.#FreedomisnotFree few pay #CostofWar. pic.twitter.com/Shsf1doKZZ— Vikas Manhas (@37VManhas) April 22, 2023
शहीद देबाशीष के अंतिम यात्रा में लोगों की भीड़ ने नारों के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी। वहीं शहीद की मां बेसुध पड़ी रहीं। अपने बेटे को आंसुओं में भीगकर उनके पिता ने भी अंतिम विदाई दी। सामने आई तस्वीरों में शहीद की अंतिम यात्रा को जिस ट्रक में ले जाया जा रहा था, उसमें उनकी मां और पत्नी बेसुध पड़ी हुईं थीं।
इसके साथ ही शहीद के दादा भी उनकी अंतिम विदाई में शामिल हुए। अपने पोते को विदा करते हुए शहीद के दादा पंचानन ने कहा कि मुझे भरोसा नहीं था कि इतनी सी उम्र में मेरा पोता मुझे ऐसे छोड़कर चला जाएगा। शहीद के परिवार के लोगों ने कहा कि हमने एक बहादुर बेटा खो दिया, जो देश के साथ-साथ परिवार के लिए भी ईमानदार था।