हर माता-पिता अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देना चाहते हैं। लेकिन कई बार कमजोर आर्थिक स्थिति बच्चों की शिक्षा में बाधा बन जाती है। लेकिन अगर सच्ची लगन और मेहनत हो तो ये इंसान इस बाधा को भी पार कर जाता है। जैसा रितिका ने किया। रितिका की मां दूसरों के घरों की सफाई करती है और पिता चपरासी का काम करते हैं। लेकिन होनहार बिटिया को अच्छी शिक्षा देने के लिए उन्होंने कभी भी पैसों की कमी नहीं होने दी। दिन रात मेहनत किया ताकि बेटी को पढ़ा लिखाकर सफल बना सकें।
मां जिस घर में काम करती हैं स्कूल में अच्छी शिक्षा दिलाने में उन्होंने भी काफी सहयोग दिया। माता-पिता ने अच्छी शिक्षा में कभी पैसों को बाधा नहीं बनने दिया। प्रबंधन की शिक्षा के लिए पिता ने गलगोटिया विश्वविद्यालय में प्रवेश दिलाया। दोस्तों व प्रोफेसरों ने हर स्तर पर मदद की। विश्वविद्यालय ने फीस में छूट दी।
मां-बाप ने बेटी को अच्छी शिक्षा दिलाने की ठानी तो बेटी ने पढ़ाई में मेहनत से मुंह नहीं मोड़ा। परिणाम ये हुआ कि पहले ही प्रयास में रितिका को मिले बीस लाख रुपये के पैकेज के रूप में सामने आया है। जहां एक तरफ मां-बाप खुशी से फूले नहीं समा रहे वहीं दूसरी तरफ रितिका के दोस्तों को उस पर नाज हो रहा है।
Greater Noida: मां करती हैं सफाई-पिता चपरासी, बेटी को मिला 20 लाख का पैकेजhttps://t.co/UbT4VjcTop
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— रमेश कुमार अग्रवाल -भाजपा। (@rameshagrawal95) January 22, 2023
कुछ दिनों पूर्व साफ्टवेयर की एक नामी कंपनी प्लेसमेंट के लिए आई थी। पहले ही प्रयास में बीस लाख रुपये के पैकेज मिलने की सफलता मिली। सफलता की खुशी आंखों से आंसू के रूप में छलकी। सफलता मिलने पर मा-पिता भी खुश हो गए।