गणतंत्र दिवस (republic day 2023) के मुख्य अतिथि के रूप में भारत आए मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के बीच आज बातचीत हुई। पीएम मोदी ने कहा कि मिस्र के राष्ट्रपति का भारत के गणतंत्र दिवस में शामिल होना भारत के लिए हर्ष का विषय है। मैं मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी और उनके डेलिगेशन का भारत में स्वागत करता हूं। कल हमारे गणतंत्र दिवस समारोह में मिस्र के राष्ट्रपति मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे।
हम विभिन्न क्षेत्रों में मौजूदा सहयोग को बढ़ावा देने और नए क्षेत्रों में साझेदारी को बढ़ावा देने पर सहमत हुए हैं। हम अपने क्षेत्रों, मुख्य रूप से निवेश, उच्च शिक्षा, रसायन, दवा उद्योग आदि में सहयोग को मजबूत कराने पर हम सहमत हुए हैं: मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी pic.twitter.com/luDrZPK3ph
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 25, 2023
ऐसा पहली बार होगा जब गणतंत्र दिवस के खास मौके पर पीएम मोदी ने किसी मुस्लिम देश के राष्ट्रपति को भारत का चीफ गेस्ट बनाया है।मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी ने कहा कि- हमने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के बारे में बात की और COP 27 पर चर्चा की। हमने मिस्र और भारत के बीच सुरक्षा सहयोग पर भी चर्चा की। मैंने आगामी G20 शिखर सम्मेलन के लिए मिस्र को अतिथि देश के रूप में आमंत्रित करने के लिए PM मोदी को धन्यवाद किया।
मैं 2015 में न्यूयॉर्क में प्रधानमंत्री मोदी से मिला था और मुझे उन पर पूरा भरोसा था। मुझे पता था कि वह अपने देश को आगे ले जाएगा। मैंने हमारे संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को काहिरा, मिस्र में आमंत्रित किया है।
हमने मिलकर तय किया कि अगले 5 वर्षों में अपने देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार को 12 बिलियन डॉलर तक ले जाएंगे: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी pic.twitter.com/4s0p7d0GPV
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 25, 2023
हम विभिन्न क्षेत्रों में मौजूदा सहयोग को बढ़ावा देने और नए क्षेत्रों में साझेदारी को बढ़ावा देने पर सहमत हुए हैं। हम अपने क्षेत्रों, मुख्य रूप से निवेश, उच्च शिक्षा, रसायन, दवा उद्योग आदि में सहयोग को मजबूत कराने पर हम सहमत हुए हैं।
भारत और मिस्त्र के बीच किन मसलों पर समझौता
1. साइबर सिक्योरिटी पर भारत और मिस्त्र में समझौता
2. सूचना तकनीक पर समझौता
3. संस्कृति के क्षेत्र में समझौता
4. यूथ के मसले पर दोनों देशों के बीच समझौता
5. प्रसारण के क्षेत्र में समझौता