रामविलास पासवान ने कहा अलविदा : चिराग बोले- Miss you PAPA, मोदी बोले- मैंने यार खो दिया

New Delhi : केंद्रीय मंत्री और बिहार के कद्दावर नेताओं में से एक रामविलास पासवान ने आज सबको अलविदा कह दिया। रामविलास पासवान बिहार के सबसे कद्दावर नेताओं से एक थे। खासकर उत्तर बिहार में उनका नाम लोग बड़े भाई की तरह लेते थे। वे कांग्रेस, भाजपा समेत कई पार्टियों की मिलीजुली सरकारों में भी केंद्रीय मंत्री रहे। देश के वे इकलौते ऐसे नेता थे, जिनकी कभी किसी पार्टी में किसी से दुश्मनी नहीं हुई। इसी वजह से सरकार किसी की भी रही लेकिन मंत्रियों के लिस्ट में उनका नाम होता ही। हर प्रधानमंत्री के वे पसंदीदा सहयोगी बन कर रहे।

यही कारण है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी संवेदनाएं प्रकट करते हुये कहा- मैंने अपना यार खो दिया। रामविलास पासवान 74 साल के थे। पिछले तीन दशक में त्रिमूर्ति नेताओं का बोलबाला रहा। लालू प्रसाद, नीतीश कुमार और राम विलास पासवान इस त्रिमूर्ति का हिस्सा रहे। तीनों ने एक दूसरे के साथ मिलकर और अलग होकर भी काम किया। लेकिन व्यक्तिगत वैमनस्य कभी इनके बीच नहीं दिखा। जितनी जल्दी इनके बीच राजनैतिक झगड़ा होता उसी तेजी से राजनैतिक विवाद हल भी हो जाता। उन्होंने हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र से सर्वाधिक मतों से जीतने का अपना ही रिकार्ड कई बार तोड़ा।
पहली बार पिछले दिनों जब रामविलास पासवान अस्पताल गये तो पासवान की पार्टी लोजपा राजग में रहते हुये बिहार चुनाव के लिये राजद द्वारा दरकिनार कर दी गई। हालांकि नीतीश कुमार ने जरूर कहा कि अगर आज रामविलास जी हॉस्पिटल में नहीं होते तो यह मनमुटाव ही नहीं होता।लेकिन रामविलास पासवान को इस बार कुछ अलग ही धुन सवार थी। इस बार वे नीतीश से मनमुटाव दूर करने के लिये हॉस्पिटल से बाहर ही नहीं निकले।

पिछले कुछ दिनों से रामविलास पासवान बीमार थे और दिल्ली के एस्कॉर्ट हॉस्पिटल में भर्ती थे। उनके बेटे चिराग पासवान ने ट्वीट कर उनके रवानगी की जानकारी दी। रामविलास पासवान मोदी कैबिनेट में सबसे उम्रदराज मंत्री थे। पिता के निधन के बाद चिराग ने गुरुवार रात 8 बजकर 40 मिनट पर रामविलास पासवान और अपने बचपन की फोटो के साथ एक भावुक ट्वीट किया- पापा….अब आप इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन मुझे पता है आप जहां भी हैं हमेशा मेरे साथ हैं।

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