New Delhi: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। उन्हें फिलहाल घर में ही क्वारनटाइन किया गया है। डॉक्टरों की एक टीम ने उनकी जांच की है और अगले कुछ दिनों के लिए आराम करने की सलाह दी है। डॉक्टरों का कहना है कि रक्षा मंत्री में हल्के लक्षण देखे गए हैं। मंत्रालय ने कहा कि राजनाथ आज (20 अप्रैल) दिल्ली में भारतीय वायुसेना के कमांडरों के सम्मेलन में शरीक होने वाले थे लेकिन कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण ऐसा नहीं कर पाएंगे।
Defence Minister Rajnath Singh tests positive for Covid-19
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बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी में बीते 24 घंटोंं के दौरान कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण के 1767 केस सामने आए हैं और यहां 6 मौत हुई हैं स्वास्थ्य विभाग द्वारा बुधवार को साझा किए गए आंकड़ों से यह जानकारी मिली स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के अनुसार दिल्ली में संक्रमण दर 28% के पार हो गई है दिल्ली में शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 1,396 मामले सामने आये थे और संक्रमण की दर 319 प्रतिशत रही थी राष्ट्रीय राजधानी में पिछले साल 14 जनवरी को संक्रमण दर 306 प्रतिशत थी।
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डॉक्टरों ने कहा है कि यदि सख्ती के साथ कोविड नियमों का पालन करते हैं तो इसके संक्रमण से बचा जा सकता है वहीं संक्रमण के फैलने का खतरा कम हो जाएगा अगर अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीज कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हैं तो वे भी सुरक्षित रह सकते हैं हार्ट, लंग्स और किडनी आदि की बीमारी से लंबे समय से परेशान लोगों को कोरोना का संक्रमण जल्दी हो सकता है कुछ बीमारियों में सीधे इम्यूनिटी पर असर पड़ता है और इससे उन्हें कोरोना जल्दी होने की आशंका बनी रहती है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
डॉ. सुरेश ने कहा कि कई बार हेल्दी इंसान गलती कर बैठता है। वो बुखार को हल्के में लेते हैं। न तो जांच कराते हैं और न ही आइसोलेट होते हैं। ऐेसे में बीमारी बढ़ने का भी खतरा रहता है। कई बार कोरोना की वजह से ब्लड क्लॉट बनने का भी खतरा रहता है। कुछ लोगों का इम्यून उतना रिएक्ट नहीं करता है, ऐसे लोगों को ज्यादा खतरा नहीं होता है। लेकिन कुछ लोगों में इम्यून सिस्टम रिएक्ट कर देता है, उनमें रिएक्शन ज्यादा हो जाता है। उन्होंने कहा कि कोरोना ही नहीं, कई बार सीजनल इंफ्लूएंजा भी खतरनाक हो जाता है, इसलिए संक्रमण को हल्के में नहीं लेना चाहिए। समय पर जांच व इलाज जरूर कराना चाहिए।