ब्लेम गेम खेल ब्रिटेन में वैक्सीन बिजनेस करने चले गये पूनावाला, 240 मिलियन पाउंड का निवेश करेंगे

New Delhi : कुछ ही दिनों पहले भारत में वैक्सीन को लेकर धमकी मिलने के आरोप लगाने के बाद सीरम इंस्टीच्यूट के अदार पूनावाला यूनाइटेड किंगडम में वैक्सीन बिजनेस करने चले गये हैं। इसके लिये पूनावाला वहां पर 240 मिलियन पाउंड या करीब 2300 करोड़ का निवेश करेंगे। इसकी घोषणा आज यूके के पीएम बोरिस जान्सन ने की। आज बोरिस जान्सन की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वर्चुअल कान्फ्रेन्स होनी है। इस वर्चुअल कान्फ्रेन्स से पहले बोरिस जॉन्सन ने अदार पूनावाला के इन्वेस्टमेंट प्रपोजल की घोषणा करके ब्रिटेन की मंशा को भी साफ कर दिया है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया है कि सीरम इंस्टीच्यूट के निवेश की यह योजना भारत के साथ हुई 1 बिलियन डॉलर के व्यापार और निवेश की डील का हिस्सा है।

बोरिस जान्सन ने इस निवेश की घोषणा करते हुये कहा कि फिलहाल सीरम इंस्टीच्यूट ऑफ इंडिया यूके में वैक्सीन फैसिलिटीज में बड़ा निवेश करेगी और भविष्य में यूके में ही वैक्सीन का निर्माण भी कर सकती है।
बता दें कि सीरम इंस्टीच्यूट दुनिया में वैक्सीन निर्माण से जुड़ी सबसे बड़ी कंपनी है। वॉल्यूम के लिहाज से कोई दूसरी कंपनी इसके आसपास भी नहीं ठहरती है। अब जहां ब्रिटेन सरकार सीरम के निवेश को अपनी सफलता बताकर पेश कर रही है तो भारत में अदार पूनावाला के रवैये और पूरे प्रकरण पर केंद्र के स्टैंड की चर्चा होना भी स्वभाविक ही है। सबसे आश्चर्यजनक बात तो यह है कि यह कंपनी भारत में सरकरी रवैये पर ही सवाल उठा रही है। अदार पूनावाला ने पिछले दिनों एक इंटरव्यू में आरोप लगाया था कि जनवरी महीने में जब कोरोना का प्रकोप कम होने लगा तो सरकार ने वैक्सीन का आर्डर देना बंद कर दिया। सरकार का रवैया शिथिल पड़ गया। सबको लगा कि सब सामान्य हो गया है। अब जब फिर से कोरोना पीक पर जाने लगा तो मुझे धमकी मिलने लगी, लोग फोन करके डराने लगे। उन्होंने कहा कि ऐसा रवैया रहा तो मैं ब्रिटेन में वैक्सीन बिजनेस करूंगा। अब उनके इंटरव्यू के चंद दिनों बाद ही ब्रिटेन के प्रधानमंत्री की यह घोषणा साफ बताती है कि उन्होंने योजना के तहत सबकुछ अंजाम दिया है।
अगर इस मामले में केंद्र का पक्ष समझे तो यह बात और भी स्पष्ट हो जाती है। जानकारी के मुताबिक सरकार 160 मिलियन टीके का आर्डर पहले ही दे चुकी है और इसके एवज में सीरम को 1700 करोड़ से ज्यादा का भुगतान एडवांस में किया जा चुका है। जबकि भारत बायोटेक को सीरम के मुकाबले आधा आर्डर ही मिला। साफ है कि एडवांस के पैसे और भारत में संभावित आर्डर से आनेवाले पैसों से बिजनेस बढ़ाने का प्लान बनाकर अदार पूनावाला ब्रिटेन पहुंचे हुये हैं। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि आखिर रसूखदारों से धमकियों का आरोप लगाकर वे ब्रिटेन में अपना धंधा क्यों बढ़ाना चाह रहे हैं? क्या इसके पीछे सरकार को बदनाम करने की बदनीयती छिपी है।

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