New Delhi : मध्य प्रदेश पुलिस ने कोरोना काल में मास्क की उपयोगिता बताने के सिलसिले में बीच सड़क पर कुछ ऐसा तमाशा कर दिया जिसने कोविड प्रोटोकॉल के सीरियसनेस का कबाड़ा ही निकाल दिया। पूरे देश के लोगों के बीच यह स्पष्ट संदेश है कि कोरोना को पूरी गंभीरता के साथ लें और जब भी आप घर से बाहर निकलें तो डबल मास्क पहनना जरूरी है। पुलिस को सड़कों पर स्थिति से निपटने के लिए कहा गया है क्योंकि लोग सुरक्षा प्रोटोकॉल को गंभीरता से नहीं ले सकते हैं। लेकिन पुलिस इसके लिये जो कड़ाई कर रही है उस पर रह-रह कर देश की पुलिसिंग पर सवाल खड़े कर रही है। हाल ही के एक मामले में मध्य प्रदेश के सागर जिले में कोविड -19 महामारी के बीच सब्जी खरीदने के लिए बाहर जाते समय मास्क नहीं पहनने पर कुछ पुलिसकर्मियों ने एक महिला को पीटा और घसीटा। घटना का वीडियो वायरल हो रहा है और इन दृश्यों को देखना किसी को विचलित करने वाला हो सकता है।
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वीडियो के वायरल होने के बाद, लोग रुक नहीं सके। लोगों ने सोशल मीडिया पर उन पुलिस कर्मियों को बेरहमी से लताड़ना शुरू किया, जो उस महिला को बेरहमी से पीट रहे थे। उन्होंने यहां तक कहा कि जब सरकारी अधिकारियों के लोग अभियानों और रैलियों में नियमों की धज्जियां उड़ाते हैं तो पुलिस को भी इसी तरह की कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि निम्नलिखित प्रोटोकॉल के नाम पर यह सरासर क्रूरता है। लोगों ने यह भी कहा कि वह गलत हो सकती है लेकिन स्थिति से निपटने का यह तरीका सही नहीं था क्योंकि पुलिस को उस पर जुर्माना लगाना चाहिए था लेकिन उसे इस तरह से पीटना स्वीकार्य नहीं है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार महिला और उसकी बेटी को पुलिस ने सोमवार सुबह करीब 11 बजे मास्क नहीं पहनने पर रोका। पुलिस ने सजा के तौर पर उन्हें जीप से खुली जेल में ले जाने की कोशिश की, लेकिन दोनों ने विरोध किया और एक पुलिसकर्मी को कथित तौर पर टक्कर मार दी। रहली के पुलिस उपाधीक्षक कमल सिंह ने कहा- वीडियो में घटना का आधा हिस्सा ही दिखाया गया है। महिला ने पहले एक महिला पुलिसकर्मी को मारा और बाद में उसके चेहरे पर नाखूनों से लगी चोट के निशान थे।