image source- Kanika ahuja instagram post

कैंसर से जूझ रही मां की ख्वाहिश पूरी करने के लिए क्रिकेटर बनीं, अब विराट मंत्र से धूम मचा रही

New Delhi: कनिका कैसे क्रिकेटर बनीं, इसकी कहानी भी बड़ी दिलचस्प है। कनिका के मुताबिक, “बचपन में मां नहीं चाहती कि मैं घर पर रूकूं। क्योंकि मैं उन्हें काफी परेशान करती थी। अगर मैं घर पर रहती थी, तो छत पर पतंग उड़ाती रहती थी। मां को यह पसंद नहीं था। उनकी कोशिश रहती थी कि मैं घऱ से बाहर निकलूं और क्रिकेट खेलूं। मां की यही जबरदस्ती मेरे काम आई और आज मैं महिला प्रीमियर लीग में खेल रही हूं। बता दें कि कनिका कैंसर से जूझ रही मां की ख्वाहिश पूरी करने के लिए क्रिकेटर बनीं थी और अब अपनी पावर हिटिंग से WPL 2023 में धूम मचा रही हैं।

कनिका आहूजा का जन्म 7 अगस्त 2002 को पंजाब के पटियाला में हुआ था। स्कूल के दौरान ही क्रिकेट खेलना शुरू किया और इसके बाद जो इस खेल से ऐसे नाता जुड़ा कि फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा।  यूपी वॉरियर्स के खिलाफ मैच के बाद जब कनिका से दबाव को लेकर सवाल पूछा गया था तो उन्होंने कहा था, मेरे दिमाग में बस यही चल रहा था कि मुझे किसी भी हाल में टीम को मैच जिताना है। बड़े नामों के खिलाफ खेलने का मुझपर कोई दबाव नहीं था।

कनिका आहूजा ने इससे पहले, मुंबई इंडियंस के खिलाफ भी 13 गेंद में 22 रन की पारी खेल अपनी क्षमता दिखाई थी। कनिका ने अपनी यह पारी मां को समर्पित की। उनके क्रिकेटर बनने की सबसे बड़ी वजह मां ही है। लेकिन, फिलहाल, कनिका की मां सीमा रानी कैंसर से जूझ रही हैं। उन्हें बोन के साथ-साथ ब्रेस्ट कैंसर भी है। लेकिन, बेटी की सफलता से काफी खुश हैं।