New Delhi: साल 2023 का विधानसभा चुनाव अब कांग्रेस हिंदुत्व के मुद्दे पर लड़ सकती है। पूर्व सीएम कमलनाथ ने मां नर्मदा का पूजन, भगवान शिव का अभिषेक और गौ पूजन के साथ धार्मिक अभियान की शुरुआत कर दी है। उन्होंने यह इशारा भी कर दिया कि साल 2023 में कांग्रेस धर्म के आधार पर चुनाव लड़ सकती है। धार्मिक अभियान की शुरुआत कर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि धर्म का ठेका बीजेपी ने नहीं लिया। कांग्रेस सालों से अनुष्ठान करती आ रही है। लेकिन उसका प्रचार नहीं करती।
सिंधिया इतनी बड़ी तोप थे तो ग्वालियर और मुरैना का महापौर चुनाव क्यों हार गए : कमलनाथ जी🔥🔥 pic.twitter.com/TTiy97xbwf
— सैनिक कमलनाथ (@KamalnathVadi) January 20, 2023
कमलनाथ ने नादिया घाट में 21 फीट ऊंचे नंदीश्वर शिवलिंग का भूमि पूजन और हवन किया। इसके बाद वह यात्रा में शामिल हो गए। उन्होंने कहा कि मैंने सबसे बड़े हनुमान मंदिर का निर्माण भी कराया है, लेकिन उसका प्रचार नहीं किया। बीजेपी सिर्फ धर्म के आधार पर राजनीति करना चाहती है। धर्म का ठेका सिर्फ बीजेपी ने नहीं लिया है. कांग्रेस धार्मिक आयोजन बहुत पहले से करती आ रही है। लेकिन, कभी उसकी पब्लिसिटी नहीं करती।
एमपी के जबलपुर में आज से कांग्रेस आठ दिवसीय धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन करने जा रही है. इसका आरंभ पूर्व सीएम कमलनाथ करेंगे.
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कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि चुनाव के 7 माह पहले सीएम को महाकौशल याद आ रहा है। यह सब सिर्फ चुनावी नाटक नौटंकी है। यहां तक कि बीजेपी की विकास यात्रा भी ‘फ्रॉड यात्रा’ से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि- कांग्रेस ने ‘नया साल नई सरकार’ के नारे के साथ सियासी साल 2023 का आगाज किया।