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ढाई घंटे में ऑलआउट हुई टीम इंडिया, पहली पारी में ही 109 रन पर सिमटकर रह गई भारतीय टीम

New Delhi: भारत-ऑस्ट्रेलिया तीसरे टेस्ट के पहले दिन भारतीय टीम महज ढाई घंटों में 109 रन पर सिमट गई। नागपुर के बाद अब इंदौर की पिच पर भी सवाल उठने लगे हैं। एक्सपर्ट इसे औसत रेटिंग दे रहे हैं। पहले सेशन में भारतीय बल्लेबाज ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर्स के सामने बेबस नजर आए। आलम यह था कि पांच भारतीय बैटर डबल डिजिट को पार नहीं कर सके। हुआ यूं कि- मैच शुरू होने से पहले पिच पर पानी छोड़ा गया था, ऐसे में विकेट में नमी रह गई थी। जिस कारण विकेट में पहले ही सेशन से स्पिनर्स को मदद मिलने लगी थी। पिच पर 4.8 डिग्री का टर्न देखा गया। यह नागपुर में 2.5 डिग्री था। ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई मीडिया सहित कई क्रिकेट एक्सपर्ट पिच की गुणवत्ता पर सवाल उठा रहे हैं।

टीम इंडिया के पूर्व गेंदबाज अतुल वासन ने कहा कि- पहले दिन के पहले ही सेशन में पिच का टर्न लेना टेस्ट क्रिकेट के लिहाज से ठीक नहीं है। भारत की रणनीति उसी पर उलटी पड़ गई। अगर टेस्ट ऐसे ही तीन दिन में खत्म होते रहे, तो टेस्ट का भविष्य खतरे में पड़ जाएगा। इस टेस्ट को लेकर ऑस्ट्रेलिया ने भी अपना बयान दिया है। पिच में पहले ही दिन से दरारे, यह ठीक नहीं ‘मैंने मैच शुरू होने से पहले टॉस के दौरान पिच देखी थी। यह ठीक नहीं है। पहले दिन से ही इसमें दरार आ रही है। अगर ऐसा ही है तो हमे सिर्फ 3 दिन का ही टेस्ट खेलना चाहिए।’

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर मार्क वॉ ने कहा- इंदौर की पिच टेस्ट खेलने लायक ही नहीं है। ब्रॉड हॉग तंज कसते हुए सोशल पोस्ट करते हुए कहा- ‘क्या हम एक दिन का टेस्ट मैच देखेंगे?’ इससे ब्रॉडकास्टर, एडवरटाइजर सबका नुकसान होगा। इससे टेस्ट क्रिकेट का ही नुकसान है। सभी देश होस्ट होने का फायदा उठाते हैं, लेकिन भारत में पिछले कुछ सालों से ज्यादा ही फायदा उठाया जा रहा है। टेस्ट कम से कम चार दिन तो चलना ही चाहिए। भारत को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में इंग्लैंड में ऑस्ट्रेलिया से खेलना चाहिए, ऐसे में उसको ध्यान में रखकर पिच को तैयार करना चाहिए था।