New Delhi: रूस औऱ यूक्रेन की लड़ाई का खामियाजा पूरी दुनिया को भुगतना पड़ रहा है। यूक्रेन की स्थिति दिन पर दिन बदतर होती जा रही है। यूक्रेन में महंगाई का बम अब देश में फूटेगा। आपको बता दें कि भारत जरूरत का करीब 70 फीसदी सूरजमुखी तेल यूक्रेन से आयात करता है, वहीं रूस से 20 फीसदी। अब दोनों देशों के हालातों को देखते हुए भारत में महंगाई बढ़ सकती है।यूक्रेन की तबाही के बाद इसकी आपूर्ति बाधित होगी।
भारत में सबसे लोकप्रिय खाद्य तेलों में सूरजमुखी का तेल है। इसके लिए भारत में अमूल, पराग, वेरका जैसी कंपनियों ने इनपुट लागत में वृद्धि का हवाला देकर दूध 2 रुपए महंगा किया है। भारत हर साल 8.3 करोड़ टन दूध की खपत करता है।

वहीं, एलपीजी की कीमतें बढ़ने से भी उपभोक्ताओं की जेब कटेगी। बता दें कि भारत की एलएनजी खपत का एक छोटा हिस्सा रूस से आयात से पूरा किया जाता है। गेहूं की कीमत दुनियाभर में बढ़ी है। रूस गेहूं का सबसे बड़ा निर्यातक है, और यूक्रेन कमोडिटी के चार सबसे बड़े निर्यातकों में से एक है। भारत के लिए यह फायदे की बात है, कि उसे वैश्विक और घरेलू बाजारों में अधिक गेहूं निर्यात करने का मौका मिलेगा।
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महंगाई की यह मार फिलहाल रुकने वाली नहीं है। अगले कुछ महीनों में घरेलू बजट और बढ़ सकता है। मैरिको, ब्रिटानिया, नेस्ले सहित हर एफएमसीजी कंपनी पिछले तीन महीने से बढ़ती महंगाई के बारे में खुलकर बात कर रही है। इस दौरान बिस्किट, साबुन, शैम्पू, तेल जैसी रोजमर्रा के इस्तेमाल वाली घरेलू वस्तुओं की कीमतों में लगातार वृद्धि हो रही है।