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मां की एक सीख से बदल गई बेटी की जिंदगी, UPSC पास कर बनी IAS, लोग उन्हें दबंग अफसर कहते हैं

New Delhi: UPSC सिविल सेवा परीक्षा को भारत में सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है। लोग कड़ी मेहनत, समर्पण और दृढ़ता के साथ यूपीएससी परीक्षा को पास कर आईएएस अधिकारी बनने का सपना पूरा करते हैं। IAS अधिकारी की सफलता की कहानी कई लोगों के लिए प्रेरणा का काम करती है।

राजस्थान में पैदा हुईं स्वाति की पढ़ाई-लिखाई अजमेर में हुई थी। मां चाहती थीं कि बेटी डॉक्टर बने। लेकिन उनकी किस्मत तो कहीं और ही थी। बेटी अपनी मेहनत के दम पर वो मुकाम हासिल कर लिया जहां हर कोई पहुंचना चाहता है।

स्वाति बताती हैं कि जब वो आठवीं में थी तो उनकी माताजी की एक कजन अधिकारी बनी थीं। स्वाति के पिता से जब वो मिलने आईं तो उनके पिता काफी खुश दिखे।  जिसके बाद उन्होंने अपने पापा से यूपीएससी (UPSC) के बारे में पूछा और अफसर बनने की ठान ली।

पिता ने देखा कि स्वाति यूपीएससी की तैयारी का मन बना चुकी है तो उन्होंने भी काफी सपोर्ट किया। स्वाति के परिवार में पहले से भी कई अधिकारी थे।  मां पेट्रोल पंप चलाती थीं। पिता स्वाति की लगातार तैयारी करवाते रहे। उन्होंने तैयारी के दौरान कई इंटरव्यू भी लिए।

पिता की ये मेहनत तब रंग लाई जब बेटी 2007 में हुए यूपीएससी एग्जाम में ऑल इंडिया रैंक 260 ले आई। उस बैच की स्वाति सबसे कम उम्र की आईएएस थीं। यूपीएससी निकालने के बाद उन्हें मध्य प्रदेश कैडर मिला था।

स्वाति मीणा (IAS Swati Meena) उस वक्त भी चर्चा में आई थीं, जब दशहरा के समय पुलिस लाइन में हो रहे शस्त्र पूजा में उन्होंने एके-47 से हवाई फायरिंग कर दी थी। इसका एक वीडियो भी वायरल हुआ था। स्वाति की मां ने उन्हें सिखाया की कितनी भी मुश्किलें आ जाए लेकिन उससे हार नहीं माननी है।

नौकरी के दौरान स्वाति की छवि एक दबंग अफसर के रूप में रही है। मध्यप्रदेश के मंडला में स्वाति की पोस्टिंग हुई तो वहां खनन माफिया की बहुत पकड़ थी। स्वाति जब वहां पहुंचीं तो उन्होंने इन खनन माफियाओं के खिलाफ मुहिम छेड़ दी।