New Delhi: आज हम आपको एक ऐसी कहानी बता रहे हैं जिसके बारे में जानकर आपके आंखों से भी आंसू टपक पड़ेंगे। हम बात कर रहे हैं यूपीएससी टॉपर शुभम कुमार की। लेकिन इससे पहले कि आप शुभम के बारे में जानें हम उनके पिता की भावुक कहानी बता रहे हैं, जिनका सपना सिर्फ इसलिए अधूरा रह गया क्योंकि पास IIT एग्जाम देने के लिए महज 500 रुपए नहीं थे।
बैंक कर्मी का बेटा IAS टॉपर
उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक की पूर्णिया शाखा के शाखा प्रबंधक देवानंद सिंह जी, के
सुपुत्र शुभम कुमार IAS टॉपर बनने पर हार्दिक शुभकामनाएंशुभम जी ने UPSC 2020 में 1st Rank प्राप्त कर बैंक कर्मियों के लिए भी गर्व का पल दिया है। 💐💐💐💐💐 pic.twitter.com/iNS7t7ULWy
— RRB NEWS (@NewsRrb) September 25, 2021
बिहार के रहने वाले शुभम कुमार के पिता IIT देना चाहते थे, लेकिन आर्थिक स्थिति कमजोर होने की वजह से वह एग्जाम नहीं दे पाए, क्योंकि उनके पास 500 रुपए नहीं थे। परीक्षा ना देने का दुख उन्हें इतना हुआ कि वह सारी रात सिर्फ रोते रहे। लेकिन उनकी जिंदगी एक बार फिर वही पल दोहराया जब को करीब 15 दिन तक लगातार रोते रहे, लेकिन इस बार वजह कुछ खास थी। इस बार वजह थी उनके बेटे का सपना पूरा करना। बेटा IAS अफसर बन चुका है। ये खबर जब पिता ने सुनी तो वो खुशी के आंखों रोक नहीं पाए। इथना ही नहीं वह करीब 15 दिन तक लगातार रोते रहे।
मिथिला के कटिहार से मैथिलों को संदेश
IAS शुभम कुमार ने कहाँ ठेठी जो मैथिली भाषा की बोली है उसे हरेक माँ बाप को अपने बच्चें को सीखने चाहिये।
हम हमेशा से कहते आये है मिथिला के किसी भी क्षेत्र से आप हो आपको किसी भी तरीका से आप बोलते है सब मैथिली ही है pic.twitter.com/vQBRVe9P9j— Uday Jha (@udayjha123) September 28, 2021
मां बताती हैं कि जब शुभम को पढ़ाई के लिए बाहर भेजना पड़ा तब वो सारी रात रोती थीं। वह कहता था उसे बड़ा आदमी बनना है। उसकी बचपन से कुछ बड़ा करने की चाहत थी। वह पढ़ाई में अपने पिता की तरह होशियार था। अफसोस है कि पिता 500 रुपए के कारण अपना सपना पूरा नहीं कर पाए, लेकिन बेटे ने उनके सपनों को पूरा कर दिखाया। आज भी वो पल याद आते हैं तो हम खुद को रोक नहीं पाते हैं।