बौख’लाये कांग्रेसी : अब दिग्विजय सिंह ने सिंधिया को गोडसे और बापू की ह’त्या से भी लिंक कर दिया

New Delhi : ज्योतिरादित्य सिंधिया को गये 24 घंटे भी नहीं हुए कि कांग्रेसी उनको ग़द्दार से लेकर जाने क्या क्या बताने लगे हैं।फ़िलहाल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री Digvijay Singh ने बुधवार को Jyotiraditya Scindia के पूर्वजों को लेकर ट्वीट किए। उन्होंने लिखा, ‘उनका परिवार 1957 तक हिंदू महासभा के साथ था। तात्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने दिवंगत राजमाता विजयाराजे सिंधिया को कांग्रेस में शामिल किया। इसके बाद 1957 और 1962 में वे सांसद बनीं। उन्होंने 1967 में कांग्रेस छोड़ दिया था।

एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहामहात्मा गांधी को मा’र’ने के लिए नाथूराम गोडसे ने जिस रि’वा’ल्व’र का इस्तेमाल किया था, उसे ग्वालियर के परचुरे ने ही दी थी। दिग्विजय ने ट्वीट में जिन परचुरे का नाम लिया है उनका पूरा नाम डॉ. डीएस परचुरे था, वो ग्वालियर में एक हिंदूसंगठन के प्रमुख थे।

कल कमलनाथ सरकार के मंत्री जीतूँ पटवारी ने इसी तरह का ट्वीट किया था। जीतू पटवारी ने ट्वीट करते हुए लिखा किएक इतिहासबना था 1857 में झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई की मौत से, फिर एक इतिहास बना था 1967 में संविद सरकार से और आज फिर एकइतिहास बन रहा है..तीनों में यह कहा गया है कि हाँ हम हैं…….

इधर कांग्रेस महासचिव Rahul Gandhi ने आज एक ट्वीट कर कहा है कि PM Modi कांग्रेस की चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने केचक्कर में यह देखने से चूक गए कि कच्चे तेल की कीमतों में 35% की गिरावट आई है। क्या आप पेट्रोल की कीमतों को 60 रुपए प्रतिलीटर कर देश के लोगों को राहत दे सकते हैं? इससे देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।

ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफ़े के 24 घंटे बाद राहुल गांधी ने यह ट्वीट करते हुए PM Modi से अर्थव्यवस्था पर ध्यान देने को कहाहै। वहीं दूसरी ओर सिंधिया अपने समर्थकों के साथ आज भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन करने की तैयारी कर रहे हैं। दूसरी ओर मुख्यमंत्रीअपनी कुर्सी बचाने की जीतोड़ कोशिश में लगे हुए हैं। अभी अभी 80 विधायकों को एकसाथ राजस्थान के लिये रवाना किया गया है।

सिंधिया के इस्तीफा पर मध्य प्रदेश कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा कि पार्टी ने उन्हें 17 साल सांसद बनाया, 2 बार केंद्रीय मंत्री बनाया, मुख्यसचेतक बनाया, राष्ट्रीय महासचिव बनाया, यूपी का प्रभारी बनाया, कार्यसमिति सदस्य बनाया, चुनाव अभियान प्रमुख बनाया, 50+ टिकट, 9 मंत्री दिये। फिर भी मोदीशाह की शरण में ?

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