NEW DELHI : जामा मस्जिद मस्जिद प्रबंधन समिति ने मस्जिद परिसर में एक अकेली महिला या महिलाओं के समूह के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसमें कहा गया है कि जामा मस्जिद परिसर में महिलाओं की पहुंच के लिए उनके साथ उनके परिवार के एक पुरुष सदस्य का होना जरूरी है।
मैडम मुस्लिम महिलाओं का एक जत्था जामा मस्जिद में भेज नमाज़ अदा करवाने में मदद कीजिए। इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में नाम दर्ज हो जाएगा आपका। के कैसे एक हिन्दू महिला मुस्लिम बहनों के लिए इमामों व मौलवियों से भिड़ गई। https://t.co/bukh95neSX
— ਪੰਜਾਬੀ (@HasdaaPunjab) November 24, 2022
कुछ दिन पहले जामा मस्जिद के प्रवेश द्वार पर प्रतिबंध की घोषणा का नोटिस लगाया गया था। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा कि वह इस मुद्दे पर जामा मस्जिद प्रशासन को नोटिस जारी करेंगी और कहा कि किसी को भी इस तरह का प्रतिबंध जारी करने का अधिकार नहीं है।
Delhi | Jama Masjid administration issues an order, imposing a ban on the entry of girls/women coming alone or in a group.
PRO Sabiullah Khan says, "There is no restriction on girls/women coming with families, no restriction on married couples either." pic.twitter.com/V7g5OvZWnh
— ANI (@ANI) November 24, 2022
इस बीच, जामा मस्जिद के जनसंपर्क अधिकारी सबीउल्लाह खान ने इस कदम का बचाव करते हुए कहा कि प्रतिबंध सोशल मीडिया के लिए वीडियो शूट करने वाली महिलाओं को रोकने के लिए है क्योंकि यह नमाज अदा करने वाले लोगों को परेशान करता है। उन्होंने कहा- परिवारों या विवाहित जोड़ों पर कोई प्रतिबंध नहीं है।