New Delhi: ये हैं धर्मवीर जाखड़। राजस्थान पुलिस के ऐसे सिपाही हैं जो गरीब, लाचार और भीख मांगने वाले बच्चों का भविष्य सुधारने का सराहनीय कार्य कर रहे हैं। ये कार्य आसान नहीं था, लेकिन जब मंजिल चय हो तो रास्ते अपने आप बनते चले जाते हैं। एक वक्त ऐसा आता है जब मेहनत रंग लाती है। इनके साथ भी ऐसा ही हुआ। कभी 5 बच्चों से शुरूआत हुई थी और आझ 500 से ज्यादा भीख मांगने वाले बच्चों को शिक्षित कर चुके हैं।
मैं अकेला ही चला था जानिब-ए-मंज़िल मगर,
लोग साथ आते गए और कारवाँ बनता गया !चूरू जिले में कांस्टेबल पद पर तैनात और #आपणी_पाठशाला के संस्थापक धर्मवीर जाखड़ द्वारा गरीब बच्चों की जिंदगी संवारने के लिए आपके दृढ़ संकल्प व साहस को मेरा सलाम।#MeraChuruParivar #AapniPathshala pic.twitter.com/r0fn4vfCCi
— Rajendra Rathore (@Rajendra4BJP) November 7, 2019
इन्होंने भीख मांगने वाले बच्चों के हाथों में कटोरे की जगह कलम थमाना उचित समझा, ताकि बच्चे पढ़ लिखकर अपना भविष्य सुधार सकें। बच्चे देश का भविष्य होते हैं। ड्यूटी के साथ बच्चों को पढ़ाने का ये सराहनीय कार्य कर धर्मवीर सेवा धर्म निभाकर लोगों का दिल ही नहीं जीत रहे बल्कि बच्चों का भविष्य बेहतर बनाने का प्रयास कर रहे हैं।
राजस्थान पुलिसकर्मी बन रहे हैं सेवा की अनोखी मिसाल।#चूरू में कांस्टेबल धर्मवीर जाखड़ गरीब बच्चों दे रहे शिक्षा का दान पुलिस लाइन कैम्पस में पढ़ रहे हैं 275 बच्चे।
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद व आभार 🙏🏻@ChuruPolice @Dharmveerjakhad pic.twitter.com/NR6teSkA6R— SK SHARMA (@Sk__sharma__) February 3, 2022
हुआ यूं कि, एक बार जाखड़ के पास दो बच्चे भीख मांगने आए। बच्चों को भीख मांगता हुआ देख उन्होंने उनके भीख मांगने की वजह के बारे में पूछा। बच्चों ने बताया कि उनके माता-पिता अब इस दुनिया में नहीं है, इतना सुनकर वह भावुक हो गए और उनसे बच्चों का दुख देखा नहीं गया। बच्चों की बात सुनकर वह उनके झोपड़ी तक पहुंच गए। इसके बाद बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए ऑपरेशन स्माइल चलाया गया।
राजस्थान पुलिसकर्मी बन रहे हैं सेवा की अनोखी मिसाल।#चूरू में कांस्टेबल धर्मवीर जाखड़ गरीब बच्चों दे रहे शिक्षा का दान पुलिस लाइन कैम्पस में पढ़ रहे हैं 275 बच्चे।@ChuruPolice @Dharmveerjakhad pic.twitter.com/ff6KHPeVGq
— Rajasthan Police (@PoliceRajasthan) February 3, 2022
बता दें कि अपने साथी रोहिताश की मदद से जाखड़ ने बच्चों को पढ़ाने का जिम्मा उठाया, और भीख मांगने वाले बच्चों के हाथों में कलम और किताब थमा दिए। ये सिलसिला चलता रहा। 5 बच्चों से शुरू हुए इस मिशन में करीब 500 से ज्यादा बच्चे अपना भविष्य सुधारने में लगे हुए हैं। इन बच्चों की संख्या में भी हर दिन वृद्धि हो रही है।
आपणी पाठशाला के संस्थापक युवाओं के प्रेरणास्रोत सेवाभावी श्री धर्मवीर जी जाखड़ का आज उत्कर्ष के जोधपुर ऑफिस पधारने पर अभिनन्दन किया। pic.twitter.com/GGkdRbmXiM
— Nirmal Gehlot (@NirmalUtkarsh) January 31, 2022
खास बात ये है कि इन्होंने टैंट लगाकर बच्चों को पढ़ाना शुरू किया था और आज ये स्कूल पुलिस लाइन कैम्पस में संचालित है। जाखड़ के इस पहल के लिए लोग आर्थिक मदद भी कर रहे हैं।