बेटी हुई तो मां को सुनने पड़े थे हजार ताने, बेटी ने 96% लाकर बढ़ाया मान, रिजल्ट देख रो पड़े पिता

New Delhi: अंतरा जब पैदा हुई तो घर में तानों की बरसात शुरु हो गई। बेटा नहीं हुआ तो मां ने ताने सुन-सुनकर बेटी को पाला। अंतरा की मां निधि का कहना है कि उन्होंने अपनी बेटी को पूरी छूट दे रखी थी कि मन का करो, और अपने पर ध्यान दो, यही वजह है कि आज बेटी ने भी उन्हें गर्व करने का मौका दिया है।

प्रयागराज के सेंट मैरिज स्कूल की अंतरा ने 10वीं में 96.2 प्रतिशत अंक हासिल किये हैं। अंतरा के इस परिणाम से उनका परिवार बेहद खुश है। अंतरा गुप्ता की मां निधि गुप्ता ने बताया कि, अंतरा के पैदा होने पर बहुत लोगों ने कहा था कि इस बार लड़का हो जाता तो फैमिली कम्प्लीट हो जाती। लोगों ने कहा कि बिना लड़के के परिवार पूरा नहीं होता। जिसे सुनकर निधि को बहुत बुरा लगता था।

 

दूसरी तरफ अंतरा के पिता पवन गुप्ता भी अपनी बेटी की सफलता पर बहुत खुश हैं। उन्होंने बताया कि वो उस समय वैष्णो देवी के दर्शन कर रहे थे, उसी दौरान उन्हें अपनी बेटी के रिजल्ट का पता चला। उनका कहना है कि उन्हें शुरू से अपने बेटी पर नाज रहा है, और आज उस बेटी ने ही उन्हें खुश होने का मौका दिया है।

अपनी इस सफलता पर अंतरा का कहना है कि उनकी मां ने उन्हें बचपन से ही बहुत अलग माहोल में पाला है, उन्हें उनके मन की करने की बहुत आजादी दी है।उनकी मां को बेटी के नाम पर बहुत ताने सुनने को मिले हैं।ये ताने खासकर अपने ही लोगों से सुनने को मिले हैं।आज उनकी मां बहुत खुश है और उन्हें खुश देख अंतरा भी बेहद खुश हैं।

उन्होंने बताया कि ताने सुनते हुए उनकी बेटियां बड़ी हुई हैं। उन्होंने तब किसी को कोई जवाब नहीं दिया था। उन्होंने ये सब समय और भगवान पर छोड़ दिया था।अंतरा की मां के मन में समाज की इस सोच को लेकर हमेशा अफसोस रहा। वह सोचती थीं कि ये कैसा समाज है जो बिना लड़के के पूरा ही नहीं होता। उनका कहना है कि उनके माता-पिता और भाई हमेशा उनके सहयोग में हमेशा खड़े रहे, उनकी बहुत सारे दोस्तों ने भी उनका साथ दिया, जिससे उन्हें दुनिया के इन तानों से लड़ने की ताकत मिलती रही।