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बचपन में ठान लिया था बनूंगी तो IAS ही और अंकिता ने IAS बनकर पूरा किया माता पिता का सपना

New Delhi : कहते हैं इंसान अगर ठान ले तो वो कुछ भी कर सकता है। हौंसले मजबूत हों तो मंजिल के लिए राह खुद बनने लगती है। अंकिता के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। अंकिता ने 2018 में UPSC की परीक्षा पास की थी। अंकिता को मुख्य सूची में 105वीं रैंक प्राप्त हुई। अंकिता लखनऊ के गोमतीनगर इलाके में रह कर यूपीएससी के लिए तैयारी कर रही थी। अंकिता के पिता पेशे से व्यापारी हैं। अंकिता ने कहा कि मैं अपनी कामयाबी का श्रेय अपने माता-पिता को देना चाहूंगी। मेरे माता-पिता का अगर सहयोग नहीं मिलता तो मैं कभी कामयाब नहीं हो पाती।

मेरे सफर में मेरे माता-पिता ने मेरा बहुत सहयोग किया। जब जब मैं परेशान या निराश होती थी, तो मेरे माता-पिता ने मुझे सहारा दिया करते थे और मेहनत करने के लिए मोटिवेट करते थे। अगर उनका सपोर्ट नहीं मिलता तो शायद मैं कभी आईएएस नहीं बन पाती। अंकिता ने बताया कि उन्होंने बचपन में ही आईएएस बनने का सपना देख लिया था, जिसके बाद लगातार प्रयास करती रहीं जिसके चलते स्कूलिंग के दौर से ही तैयारी शुरू कर दी थी। इसका फायदा यह हुआ कि ग्रेजुएशन होते-होते मेरी तैयारी मजबूत हो गई और मुझे पहले ही प्रयास में कामयाबी मिली।
अंकिता नोएडा के डीपीएस से इंटरमीडिएट की परीक्षा पास करने के बाद दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से ग्रेजुएशन पूरा किया। इसके बाद उसने अपना पूरा फोकस अपनी तैयारी पर किया। अंकिता मिश्रा ने कहा कि हमारे देश को युवाओं से बहुत अपेक्षाएं हैं। युवाओं को आगे बढ़कर देश के विकास और देश को आगे बढ़ाने के लिए काम करना चाहिए।

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