विंबलडन ब्वॉयज सिंगल्स का खिताब जीत टेनिस सुपरस्टार बने समीर बनर्जी। Image Source : tweeted by @BBCPankajP

इस नाम को याद रखना- समीर बनर्जी, विंबलडन ब्वॉयज सिंगल्स का खिताब जीत टेनिस सुपरस्टार बना

New Delhi : 17 साल के भारतीय-अमेरिकी टेनिस खिलाड़ी समीर बनर्जी ने विंबलडन ब्वॉयज सिंगल्स का खिताब जीता है। उन्होंने एक घंटे 22 मिनट तक चले फाइनल में अमेरिका के विक्टर लिलोव को 7-5, 6-3 से हराकर यह खिताब जीता। जूनियर फ्रेंच ओपन में विश्व के 19वें रैंकर बनर्जी पहले दौर में ही बाहर हो गये थे। भारत पिछले कुछ समय से जूनियर ग्रैंड स्लैम में एक योग्य दावेदार को उतारने के लिये संघर्ष कर रहा है। एक मजबूत घरेलू सर्किट की कमी और विश्व रैंकिंग अंक अर्जित करने के लिये घर पर पर्याप्त प्रतिस्पर्धा नहीं होने के कारण भारत में टेनिस में युवाओं को तैयार करने में संघर्ष कर रहा है। लेकिन यही बच्चे जब विदेशों में जाते हैं तो पताका लहरा कर आते हैं। बड़े बिजनेस टायकून आनंद महिंद्रा ने समीर की इस उपलब्धि पर खुशी का इजहार करते हुये कहा कि उम्मीद है कि अमेरिका की राष्ट्रपति कमला हेरिस जल्द ही समीर को बधाई देंगी।

 

वैसे तो आनंद महिंद्रा ने कहा कि वे और भी भारतीय बच्चों को इस तरह की प्रतियोगिताओं में जीतते देखना चाहते हैं। लेकिन दर्द यह है कि वे भारतीय मूल के होकर भी अमेरिकी और यूरोपियन होते हैं। बहरहाल केवल अपना दूसरा जूनियर ग्रैंड स्लैम खेलते हुये 17 वर्षीय समीर ने यह उपलब्धि हासिल की है। उनके माता-पिता 1980 के दशक में अमेरिका चले गये थे। सच्चाई तो यह भी है कि युकी भांबरी जूनियर एकल खिताब जीतने वाले आखिरी भारतीय थे, जब उन्होंने 2009 में ऑस्ट्रेलियन ओपन में जीत हासिल की थी, जबकि सुमित नागल ने 2015 में वियतनाम के ली होआंग नाम के साथ विंबलडन ब्वॉयज डबल्स जीता था।
रामनाथन कृष्णन 1954 जूनियर विंबलडन चैंपियनशिप जीतने वाले पहले भारतीय थे। उनके बेटे रमेश कृष्णन ने 1970 में जूनियर विंबलडन और जूनियर फ्रेंच ओपन खिताब जीता, जबकि लिएंडर पेस ने 1990 में जूनियर विंबलडन और जूनियर यूएस ओपन जीता। 2015 में रेली ओपेल्का के बाद से बनर्जी विंबलडन में पहली अमेरिकी जूनियर चैंपियन हैं और कुल मिलाकर 12वीं हैं। दोनों टूर्नामेंट में गैर वरीयता प्राप्त थे। बनर्जी न्यू जर्सी से हैं और लिलोव उत्तरी कैरोलिना से आते हैं। बनर्जी न्यू जर्सी में रहते हैं और उन्होंने पिछले साल ही अपने पेशेवर टेनिस करियर की शुरुआत की थी।
एआईटीए के कोच और वर्तमान में बंगाल टेनिस एसोसिएशन (बीटीए) के विकास अधिकारी गैरी ओ’ब्रायन ने कहा- एक तरफ, समीर की उपलब्धि भारतीय टेनिस बिरादरी और हमारे देश के उम्मीदवारों के लिये बहुत प्रेरणादायक है। यह दावा करना बहुत सुविधाजनक है कि वह भारतीय मूल का है, लेकिन तथ्य यह है कि वह एक अमेरिकी है। आप उनके भारतीय मूल का दावा कर सकते हैं, लेकिन मुझे लगता है कि भारत ने उनके सभी प्रयासों, सफलता और विकास में 0.1 प्रतिशत भी योगदान नहीं दिया है। इसलिए मुझे नहीं लगता कि हमें कोई श्रेय लेना चाहिये। आम लोग अच्छी तरह से कह सकते हैं, ‘वाह, देखें कि भारत ने टूर्नामेंट में क्या हासिल किया है’। लेकिन सच तो यह है कि उनका जन्म और पालन-पोषण संयुक्त राज्य अमेरिका में हुआ है। उन्होंने जो कुछ भी किया है वह भारत से बाहर है।

उनके पिता कुणाल बनर्जी ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया – एक सामान्य भारतीय माता-पिता की तरह हम भी अपने बच्चों को अकादमिक गतिविधियों पर ज्यादा ध्यान देने की सलाह देते हैं। हम कोई अलग नहीं हैं, हम चाहते हैं कि वह अपने एजुकेशन में अच्छा प्रदर्शन करे। वह एक बेहतर स्टूडेंट है। उसके लिये टेनिस के साथ-साथ एक अच्छे शैक्षणिक संस्थान में जाना हमेशा महत्वपूर्ण था। यहां कई कॉलेज हैं जहां टेनिस का अच्छा कार्यक्रम है, लेकिन हम मजबूत टेनिस और बेहतर एजुकेशन का एक अच्छा संयोजन चाहते थे।
बहरहाल लड़कों का यह एकल खिताब जीतने वाले कुछ अन्य टेनिस सुपरस्टारों में स्टीफन एडबर्ग, रोजर फेडरर और गेल मोनफिल्स शामिल हैं।

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