मुक्ता राव अपने बेटे के साथ। Image Source : tweeted by @MuktaRao_

10 साल का बेटा रोज पूछता- मां तुम आज कितना पढ़ी…और मां ने RPSC में झंडे गाड़े, टॉपर बनी

New Delhi : राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) ने मंगलवार को राजस्थान प्रशासनिक सेवा (आरएएस) 2018 का अंतिम परिणाम घोषित कर दिया। मुख्य परीक्षा पास करने वालों के साक्षात्कार के बाद अंतिम परिणाम घोषित किया गया था। आधिकारिक वेबसाइट पर मेरिट लिस्ट घोषित कर दी गई है। आधिकारिक अधिसूचना में कहा गया है- साक्षात्कार के बाद निम्नलिखित उम्मीदवारों को उनकी सेवा वरीयताओं के साथ नियुक्ति के लिये सरकार को योग्यता के क्रम में अनुशंसित किया जाना है। परीक्षा में झुंझुनू जिले की मुक्ता राव ने टॉप किया है। मुक्ता राव ने इस परीक्षा में टॉप कर एक नजीर पेश की है। मुक्ता न सिर्फ विवाहित हैं बल्कि उनका दस साल का बेटा भी है। उन्होंने कहा कि पूरे घर का काम करने के बाद जो दिन का समय रहता था उस समय में और रात में बेटे के सो जाने के बाद पढ़ाई करती थी।

मुक्ता राव ने घर की सारी जवाबदेहियों को पूरा करने के बाद यह मुकाम हासिल किया है। उन्होंने ऐसा अचीव किया है जो किसी भी महिला ही नहीं बल्कि पूरी सोसाइटी के लिये नजीर है। उन्होंने कहा कि मैं हर वैसी महिला से प्रेरित हूं जो वर्किंग हैं। वर्किंग महिलायें चौबीस घंटे में तीन शिफट की डॅयूटी करती हैं, सुबह में परिवार को संभाल कर ऑफिस जाती हैं और फिर ऑफिस का काम करने के बाद घर पर लौट कर रात में फिर परिवार को संभालने का काम करती हैं। इसके अलावा दो साल पहले यूपीएससी क्रैक करनेवाली अनू कुमारी से भी मैं बेहद प्रेरित हूं जिन्होंने अपने छोटे बच्चे के साथ, तमाम विरोधाभासों के बावजूद यूपीएससी को क्लीयर किया और आईएएस बनीं। मैं तो शहर में रहती हूं और मेरा परिवार, मेरा बच्चा मेरे लिये बहुत सपोर्टिव रहा।
उन्होंने अपने पढ़ाई और कॉम्पीटीटिव तैयारी शिड‍्यूल के बारे में कहा कि मैं सुबह में उठकर बच्चे को स्कूल जाने के लिये तैयार करती थी, उसका नास्ता तैयार करती थी। फिर पति और बच्चे के काम पर जाने के बाद मेरे पास जो समय बचता था उसमें मैं सिर्फ पढ़ाई किया करती थी। कोई दूसरा काम अपने लिये नहीं रखती थी। शाम में मैं फिर घर परिवार और बच्चे के रोज के काम करती थी। बच्चे को होमवर्क में गाइड करती। उसके सो जाने के बाद मैं रात में फिर पढ़ाई करती थी। उन्होंने कहा कि मेरा बेटा रोज मुझसे पूछता था कि मां तुमने आज कितनी पढ़ाई की और उसके इस पूछने भर से मेरा हौसला बढ़ जाता था।

उनके इस एचीवमेंट की जानकारी मिलने के बाद तो सोशल मीडिया पर देखते ही देखते वो स्टार बन गईं। आईएएस अवनीश शरण ने उनकी स्टोरी शेयर करते हुये टॅवीट किया- 10 साल के बेटे की माँ मुक्ता राव उदाहरण हैं उन लड़कियों के लिये जो शादी के बाद परिवार के सहयोग के साथ शीर्ष स्थान को प्राप्त करती हैं। हार्दिक बधाई।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी उनको ट‍्विटर पर इस उपलब्धि के लिये बधाई दी है। एक ट‍्विटर यूजर प्रतिमा सिंह ने लिखा है- जीवन में कुछ कर गुजरने की इच्छा रखने वाली महिलाओं के लिए उनका परिवार सबसे बड़ी ताकत है…
हार्दिक शुभकामनाएं। इस तरह की शुभकामनाओं की बाढ़ आ गई है। आप खुद ही देख सकते हैं कि कैसे पूरा देश मुक्ता राव को बधाई दे रहा है। झुंझुनूं के चिड़ावा की रहने वाली और स्वतंत्रता सैनानी चौधरी रक्षपालसिंह की पौत्री मुक्ता राव ने आरएएस परीक्षा दूसरी बार दी थी, जिसके बाद उन्होंने टॉप किया है। मुक्ता के पति डॉ. विजयपालसिंह ढाका मणिपाल यूनिवर्सिटी जयपुर में कंप्यूटर साइंस डिर्पाटमेंट के हेड हैं। मुक्ता की शादी सीकर जिले के नेतड़वास गांव में मास्टर भंवरसिंह के घर पर हुई है।

इस परीक्षा में टोंक के मनमोहन शर्मा ने दूसरा और जयपुर की शिवाक्षी खंडाल ने तीसरा स्थान हासिल किया है। कुल 2023 उम्मीदवारों ने अंतिम सूची में जगह बनाई है, जिन्हें अब राज्य के विभिन्न विभागों में नियुक्त किया जायेगा। आधिकारिक वेबसाइट कैलेंडर के अनुसार, आरपीएससी आरएएस 2018 प्रीलिम्स परीक्षा 5 अगस्त, 2018 को आयोजित की गई थी, जबकि मुख्य परीक्षा 25 जून, 2019 से आयोजित की गई थी। (Input : Live Bihar)

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